डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल , जिसे पहले विलिंगडन अस्पताल के नाम से जाना जाता था, की स्थापना ब्रिटिश द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए की गई थी और इसमें केवल 54 बेड थे। स्वतंत्रता के बाद, इसका नियंत्रण नई दिल्ली नगर पालिका समिति को हस्तांतिरत कर दिया गया था।
वर्ष 1954 में, इसका नियंत्रण पुन: स्वतंत्र भारत की केंद्र सरकार को हस्तांतरित कर दिया गया।
तद्पश्चात अस्पताल का निरंतर विकास होता गया और अब 30 एकड़ भूमि में फैले इस अस्पताल में लगभग 1216 बेड हैं । यह नई दिल्ली और केन्द्रीय दिल्ली की जनता के अतिरिक्त दिल्ली के अन्य क्षेत्रों और दिल्ली के बाहर से आने वाले मरीज़ों को उपचार संबंधी सेवाएं प्रदान करता है। सीजीएचएस लाभार्थियों के लिए इसके नर्सिंग होम में 71 बेड हैं, जिसमें मैटरनिटी नर्सिंग होम भी शामिल है।
यह भारत सरकार (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित है। किसी भी आपातकालीन रोगी को इस अस्पताल में उपचार से इंकार नहीं किया जाता है।
इस अस्पताल में एक नॉन-इनवेसिव कार्डियक लैब और एक कार्डियक कैथ लैब मौजूद है, जिसमें टीएमटी, इको-कार्डियोग्राफी, कोरोनरी एंजियोग्राफी और पेस मेकर इंप्लांटेशन की सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में कार्डियोथोरैसिक और वास्कुलर सर्जरी, न्यूरो सर्जरी की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
इस अस्पताल में चौबीस घंटे चिकित्सा, शल्य-चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स तथा पैडियाट्रिक्स की आपातकालीन सेवाएं/सुविधाएं उपलब्ध हैं। अन्य विशेषज्ञ सेवाएं भी आवश्यकता के आधार उपलब्ध कराई जाती हैं। लेबोरेट्री, एक्स-रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड, ब्लड बैंक और एम्बुलेंसजैसी सभी सहायक सेवाएं चौबीस घंटे उपलब्ध होती हैं। गंभीर हृदय रोग एवं नॉन-कार्डियक मरीजों के लिए अस्पताल में एक कोरोनरी केयर यूनिट तथा एक इंटेंसिव केयर यूनिट मौजूद है। आपदा की स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल में व्यापक आपदा कार्रवाई योजना बनाई गई है एवं बिस्तरों की व्यवस्था की गई है जिन्हें आपदा की स्थिति में और हताहतों की संख्या अधिक होने पर क्रियाशील किया जाता है ।
अस्पताल द्वारा एक वर्ष में लगभग 18 लाख ओपीडी के मरीजों को, लगभग 67000 मरीजों को आंतरिक रूप से अस्पताल में भर्ती करके और लगभग 3 लाख मरीजों को आपातकाल में चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती है। लगभग 10000 पीत ज्वर के टीके लगाये गये और 915 प्रसव कराये गये । इसी प्रकार, लगभग 5000 सीटी स्कैन, 1.70 लाख एक्स-रे, 28 लाख लेबोरेट्री परीक्षण तथा लगभग 17,000 अल्ट्रासाउंड किये गये। अस्पताल में एक वर्ष के दौरान लगभग 9000 मेजर तथा 40,000 माइनर ऑपरेशन किये जाते हैं।
अस्पताल के कचरे के समुचित निपटान हेतु अस्पताल में दो इंसीनरेंटर, एक माइक्रोवेव मशीन तथा 2 प्लास्टिक श्रेडर लगाए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.......