केंद्रीय अनुसंधान संस्थान, कसौली
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान(सीआरआई), कसौली
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान(सीआरआई), कसौली की स्थापना 3 मई, 1905 को उत्तर भारत के लिए पाश्चर संस्थान के रूप में हुई थी । यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय का एक अधीनस्थ कार्यालय है। अपनी स्थापना के बाद से ही यह संस्थान कई इम्यूनोबायोलॉजिकल्स में अनुसंधान और उत्पादन के लिए एक प्रमुख संस्थान के रूप में विकसित हुआ है।
संपदा और भौतिक बुनियादी संरचना:
भूमि क्षेत्र : केंद्रीय अनुसंधान संस्थान(सीआरआई), कसौली की संपदा में 1.5 किलोमीटर के दायरे में स्थित चार भूखंडों में 67 एकड़ भूमि है । ये क्षेत्र हैं :- (i) विनिर्माण विंग (ii) आर एंड डी विंग (iii) ड्रम-बार एस्टेट और (iv) बेल्वेडियर एस्टेट। केंद्रीय अनुसंधान संस्थान, कसौली के आवासीय परिसर में लगभग 350 कर्मचारी रहते हैं । संस्थान का विशाल परिसर सात उप-खंडों में विभाजित है, अर्थात स्थापना, अकादमिक, सहायक सुविधाएं, उत्पादन प्रभाग, गुणवत्ता नियंत्रण प्रभाग, पशु गृह और अनुसंधान और सर्वेक्षण प्रभाग।
अधिदेश:
केंद्रीय अनुसंधान संस्थान के कार्य:
· बैक्टीरियल और वायरल वैक्सीन और सेरा का बड़े पैमाने पर उत्पादन।
· इम्यूनोलॉजी और वैक्सीनोलॉजी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास।
· शिक्षण और प्रशिक्षण।
· वैक्सीन और सेरा की गुणवत्ता नियंत्रण
स्टाफ की संख्या:
· कुल स्वीकृत स्टाफ की संख्या – 725
· तैनात कर्मचारी – 460
· रिक्त पद – 183
· व्यपगत पद – 82
बजट निष्पादन:
बजट निष्पादन(2015-16):
· आवंटित बजट अनुमान - 5400.00 लाख रुपये
· प्रस्तावित संशोधित अनुमान(2015-16) - 5376.13 लाख रुपये
· अंतिम अनुमान(2015-16) - 4220.27 लाख रुपये
· 31.3.2016 को प्रयुक्त बजट – 3890.83 लाख रुपये
· प्रस्तावित बजट अनुमान(2016-17) – 7102.81 लाख रुपये
तकनीकी निष्पादन(2015-16):
वैक्सीन का उत्पादन और आपूर्ति
· मौजूदा सुविधाओं में विनिर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
· डीपीटी और टीटी का उत्पादन क्रमश: 41.16 लाख(16.14%) और 69.33 लाख है।
· डीपीटी और टीटी की मॉंग के मुकाबले आपूर्ति क्रमश: 69.33% और 33.66% है।
प्रारंभिक बैच, विनिर्मित मात्रा और प्राप्त मांग व जारी मात्रा की जानकारी तालिका सं. 3 में दी गई है ।
तालिका सं. 3
वैक्सीन और एंटीसेरा का उत्पादन, मांग और आपूर्ति:
(खुराकों की मात्रा लाख में)
क्रम सं.
|
वैक्सीन और एंटीसेरा
|
स्थापित क्षमता
|
उत्पादन
|
उत्पादन का प्रतिशत
|
मांग
|
आपूर्ति
|
आपूर्ति का प्रतिशत
|
1
|
डीपीटी
|
255
|
41.16
|
16.14%
|
75.00
|
52.00
|
69.33%
|
2
|
डीटी
|
200
|
0
|
|
|
|
|
3
|
टीटी
|
300
|
35.19
|
11.735
|
101.71
|
34.71
|
33.66
|
4.1
|
पीत ज्वर वैक्सीन (सीआरआई कसौली)
|
0.35
|
|
0.00
|
|
|
|
4.2
|
पीत ज्वर वैक्सीन (आयातित)
|
|
0.93
|
|
0.52
|
0.41
|
78.73%
|
5
|
एआरएस
|
2.5
|
0.22
|
8.96%
|
0.53
|
0.18
|
34.66
|
6
|
एएसवीएस
|
3.00
|
0.015
|
5.06%
|
0.069
|
0.014
|
20.59%
|
7
|
डीएटीएस
|
0.80
|
0.051
|
6.4%
|
0.081
|
0.042
|
51.92%
|
8
|
एनएचएस
|
0.004
|
0
|
0.00
|
0.0025
|
0.0001
|
4.44%
|
9
|
डीआर
|
2.75
|
0.14
|
5.06%
|
0.27
|
0.12
|
45.07%
|
निगरानी(सर्वेलन्स) कार्य
निम्नलिखित के लिए प्राप्त सैंपलों की संख्या:
· साल्मोनेला और ई. कोलाई – शून्य
· रेबीज़ अनुसंधान – शून्य
· इन्फ्लूएंजा सर्वेलन्स – 105
· पोलियो सर्वेलन्स – 4094
अनुसंधान और विकास
· प्रारंभ में परियोजनाओं की संख्या – शून्य
· प्रारंभ की गईं नई परियोजनाएं – 05
· पूर्ण परियोजनाओं की संख्या – शून्य
· अंत में चालू परियोजनाओं की संख्या – 05
प्रदान की रही चिकित्सा देखभाल सुविधाएं :
· ओपीडी देखभाल -7194
· अंतरंग भर्ती -123
· लैब जांच -6366
· फिजियोथेरेपी -617
· रेफरल -37
· पीत ज्वर टीकाकरण -2222
· मेडिकल चेक-अप – 282
· कुत्ते के काटने के मामले -1034
· ईसीजी -319
· नेबुलाइजेशन -231
· अन्य -5209
पशु गृह
· अश्व श्रेणी के पशु - 68
· भेड़ – 14
· गिनी पिग्स - 580
· माइस - 5250
शैक्षणिक कार्यकलाप
· पीजी पाठ्यक्रम -11
· परियोजना कार्य -03
· व्यावहारिक प्रशिक्षण -34