बीसीजी वैक्सींन प्रयोगशाला, गिंडी
बीसीजी वैक्सीन प्रयोगशाला(बीसीजी वीएल), गिण्डी
बीसीजी वैक्सीन प्रयोगशाला की स्थापना वर्ष 1948 में हुई थी और वर्तमान में यह भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) का एक अधीनस्थ कार्यालय है, जो गिण्डी, चेन्नई (तमिलनाडु) में किंग इंस्टीट्यूट ऑफ़ प्रिवेंटिव मेडिसिन के पास स्थित है। संस्थान का एक विशाल परिसर है, जिसे पाँच प्रमुख उप-खंडों, अर्थात् स्थापन, उत्पादन प्रभाग, गुणवत्ता नियंत्रण प्रभाग, पशु गृह और वेयरहाउसिंग और विपणन में विभाजित किया गया है। अन्य प्रमुख सुविधाएं कंटेनरीकरण, स्टेरिलाईज़ेशन, फिजि़कल इंस्पैकशन हैं।
कार्य
संस्थान का प्रमुख कार्य बच्चों में टी.बी. पर नियंत्रण के लिए बीसीजी वैक्सीन(10 खुराक) का उत्पादन और विस्तारित प्रतिरक्षण कार्यक्रम (ईपीआई) के लिए आपूर्ति करना है । यह संस्थान मूत्राशय के कैंसर के प्रबंधन के लिए चिकित्सीय बीसीजी वैक्सीन का निर्माण भी करता है ।
स्टाफ की संख्या
· स्वीकृत संख्या – 113
· तैनात कर्मचारी – 95
· वर्तमान अच्छे विनिर्माण अभ्यास(सीजीएमपी) के अनुसार आवश्यकता – 151
· उपयुक्त विद्यमान कर्मचारी – 94
· सृजित किये जाने वाले नये पद – 57
बजट प्रावधान
· बजट अनुमान 2015-16 – 2315.00 लाख रुपये
· संशोधित अनुमान 2015-16 प्रस्तावित – 1684.00 लाख रुपये
· अंतिम अनुमान 2015-16 – 1465.00 लाख रुपये
· वास्तविक व्यय 2015-16 - 1384.85 लाख रुपये
· बजट अनुमान (2016-17) प्रस्तावित - 2255.00 लाख रुपये
बीसीजी संबंधी वास्तविक कार्यनिष्पादन
· बीसीजी वैक्सीन की प्रति वर्ष 800 लाख खुराकों की उत्पादन क्षमता की स्थापना ।
· यह संस्थान वर्ष 2002-03 से देश में बीसीजी टीकों की मांग को शत-प्रतिशत पूरा कर रहा था।
· तथापि, जनवरी, 2008 में विनिर्माण लाइसेंस के निलंबन के बाद, संस्थान में बीसीजी वैक्सीन के उत्पादन और आपूर्ति को रोक दिया गया था।
बीसीजी वैक्सीन विनिर्माण सुविधा का उन्नयन:
· स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिनांक 01.03.2011 को सचिव(स्वास्थ्य) की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बीसीजी वैक्सीन प्रयोगशाला को फिर से शुरू किया जाएगा और वर्तमान अच्छे विनिर्माण अभ्यास(सीजीएमपी) के अनुसार मौजूदा साइट पर ही एक नई बीसीजी वैक्सीन विनिर्माण सुविधा का सृजन किया जाएगा ।
· बीसीजी वैक्सीन के विनिर्माण के लिए नई सुविधा के सृजन और बीसीजी वैक्सीन प्रयोगशाला में अन्य संबद्ध सुविधाओं के नवीनीकरण के लिए एसएफसी को मंजूरी दी गई ।
· 64.72 करोड़ रूपये की लागत से बीसीजी वैक्सीन प्रयोगशाला, चेन्नई में बीसीजी वैक्सीन विनिर्माण सुविधा का उन्नयन करने और इसे वर्तमान अच्छे विनिर्माण अभ्यास (सीजीएमपी) के अनुरूप बनाने का कार्य मेसर्स एचएलएल को सौंपा गया था ।
नई सुविधा के कार्य के पूरा होने की वर्तमान स्थिति:
· निर्माण और सिविल कार्य – पूर्ण
· उपकरणों की खरीद - पूर्ण
· इंस्टॉलेशन हेतु शर्तें - पूर्ण
· संचालन हेतु शर्तें - पूर्ण
· विधिमान्यकरण - पूर्ण
· डीसीजी(आई) द्वारा निरीक्षण - पूर्ण
· ट्रायल बैच - योजना के अनुसार मई 2016 से
· कंसिसटैंसी बैच - योजना के अनुसार अक्टूबर 2016 से
मेसर्स एचएलएल को जारी की गई निधि:
परियोजना के तहत मेसर्स एचएलएल को अनुमोदित तथा जारी की गई निधि की स्थिति निम्नानुसार है :-
· एसएफसी के अनुसार कुल अनुमोदित निधि 64.72 करोड़ रुपये है।
· मार्च 2015 तक जारी निधि 57.78करोड़रुपये थी ।
· जारी करने के लिए शेष निधि 6.94 करोड़रुपये है ।